मेलिना पापा की क्षणिकाएँ [अंग्रेज़ी से हिन्दी अनुवाद : डॉ. शैलेष गुप्त 'वीर']
मदद के लिए हाथ बढ़ाओअनाथों हेतु
तथा
बेघरों हेतु,
क्योंकि यह सुनिश्चित है
ईश्वर
सदैव आपकी रक्षा करेंगे
और भला करेंगे!
□
अग्नि-पीड़ित
अपने घर
छोड़कर जा रहे हैं,
और फूट-फूटकर
रो रहे हैं,
और अब
आंधी-तूफ़ान भी!
□
जैसे-जैसे
होती है रात,
चलने लगते हैं
मेरे ख़याल
साथ तुम्हारे...!
□
माफ़ कर दो
अपने सबसे बुरे
दुश्मन को भी,
बेहतर बनाने के लिए
एक बार हमारी पूरी
मानवता को!
□
© मेलिना पापा
एग्रीनियो, ग्रीस
papamelina10@gmail.com
अनुवाद : डॉ. शैलेष गुप्त 'वीर'
फतेहपुर, उत्तर प्रदेश, भारत
veershailesh@gmail.com
Micropoems by Melina Papa
[Original in English]
[Original in English]
Give a helping hand
to orphans
and
homeless,
Because -
for sure
God will protect you
and forever
bless!
□
Fire victims
are leaving
their homes,
Bursts in tears,
even
the Thunderstorm!
□
As
It is
Falling the night,
My thoughts run
By your side…!
□
Forgive even
your worst
Enemy,
To better once
For all our
Humanity!
□
© Melina Papa
Agrinio, Greece
papamelina10@gmail.com
Thanks dear Poet! Stay blessed!
ReplyDeleteThanks dear Poet! Stay Blessed!
ReplyDelete